रेलवे देश की सबसे बड़ी यात्रा सेवा है, जो हर दिन लाखों लोगों को जोड़ती है। लेकिन हाल ही में रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सेवा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत देश के कुछ रेलवे स्टेशनों को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। यह कदम भीड़ नियंत्रण और ट्रेनों की सुचारू संचालन को लेकर उठाया गया है। आइए जानते हैं, कौन-कौन से 9 स्टेशन शामिल हैं और इस फैसले के पीछे क्या वजहें हैं।
भारतीय रेलवे ने त्योहरों और भीड़भाड़ के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई प्रमुख स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री अस्थायी रूप से बंद की है। इसके अलावा कुछ कम उपयोग वाले और जोखिम वाले स्टेशनों को स्थायी रूप से बंद करने का फैसला भी किया गया है। इससे यात्रा के समय की समस्या कम होगी और यात्रियों को बेहतर सेवा दी जा सकेगी। अब जानिए इन 9 स्टेशनों के बारे में और इनके बंद होने के कारण।
रेलवे स्टेशन बंद होने का बड़ा फैसला – जानिए वजह
रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के कारण हजारों यात्रा स्थलों में से कुछ स्टेशनों को हमेशा के लिए बंद करने का फैसला किया है। यह निर्णय मुख्य रूप से इन स्टेशनों पर यात्रियों की कम संख्या, कम उपयोगिता, और सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के आधार पर लिया गया है। साथ ही, इससे रेलवे का प्रबंधन भी बेहतर होगा जिससे संसाधनों का सही उपयोग हो सकेगा।
इन बंद स्टेशनों पर अब कोई ट्रेन नहीं रुकेगी, जिससे यात्रियों को आस-पास के बड़े स्टेशनों का उपयोग करने की सलाह दी गई है। इसका मकसद उन इलाकों में भीड़-भाड़ और सुरक्षा जोखिम को कम करना है। इसके अलावा प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री भी कुछ व्यस्त स्टेशनों पर त्योहारों के समय अस्थायी रूप से बंद की गई है, ताकि भीड़ और अव्यवस्था को रोका जा सके।
9 रेलवे स्टेशन जो हमेशा के लिए बंद किए गए हैं
नीचे दी गई तालिका में उन 9 स्टेशनों के नाम दिए गए हैं जिन्हें हमेशा के लिए बंद किया गया है। साथ ही इनके बंद होने की वजहें भी संक्षेप में समझाई गई हैं।
स्टेशन का नाम | बंद होने की वजह |
स्टेशन 1 – संगम (प्रयागराज) | भारी भीड़ और सुरक्षा कारण |
स्टेशन 2 – दौलताबाद (गुरुग्राम) | कम उपयोग और कम यात्री |
स्टेशन 3 – अन्य 7 स्टेशन | यात्री संख्या कम और बेहतर प्रबंधन |
(ध्यान दें: पूरे नाम और विवरण रेलवे के आधिकारिक संदेशों में उपलब्ध हैं।)
त्योहारों में भी प्लेटफॉर्म टिकट बंद
- दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों के दौरान दिल्ली, मुंबई समेत 15 प्रमुख स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है।
- इससे यात्रियों की भीड़ कम होगी और स्टेशन पर सुरक्षा बेहतर होगी।
- दिल्ली के नए दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार और गाजियाबाद समेत कुछ अन्य प्रमुख स्टेशनों पर यह नियम लागू है।
- मुंबई में भी सीएसएमटी, दादर, एलटीटी, ठाणे, कल्याण और पनवेल जैसे व्यस्त स्टेशनों पर यह प्रतिबंध रखा गया है।
प्लेटफॉर्म टिकट बंदी के फायदे
- भीड़ प्रबंधन आसान होगा, जिससे यात्रियों को परेशानी कम होगी।
- सुरक्षा में सुधार होगा, दुर्घटना की आशंका कम होगी।
- रेलवे कर्मियों को बेहतर नियंत्रण और निगरानी में मदद मिलेगी।
- तकनीकी समाधानों जैसे AI कैमरों के इस्तेमाल से भीड़ पर नजर रखी जाएगी।
प्लेटफॉर्म टिकट बंद नियम की सीमाएं
- वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, अनपढ़, महिला यात्रियों के साथ आने वाले लोगों को प्लेटफॉर्म टिकट मिलेगी।
- यह निर्णय केवल अस्थायी है और त्योहारों के बाद समाप्त हो जाएगा।
रेलवे प्रशासन के मददगार कदम
- ‘May I Help You’ बूथ लगाए गए हैं, जहां यात्रियों को मदद और सूचना मिलेगी।
- नए होल्डिंग इलाके तैयार किए गए हैं जहां यात्रियों को भीड़ होने पर रुकने की जगह मिलेगी।
- यात्रियों से अपील की गई है कि वे भीड़ वाले समय पर अनावश्यक रूप से स्टेशन परिसर में न आएं।
रेलवे के इस फैसले का सारांश तालिका
पहलू | विवरण |
फैसले का मकसद | सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण |
बंद किए गए स्टेशन | 9 स्थायी रूप से बंद, 15 अस्थायी टिकट बंद |
लागू क्षेत्र | दिल्ली, मुंबई समेत देश के प्रमुख स्टेशन |
प्लेटफॉर्म टिकट बंदी अवधि | 15 से 28 अक्टूबर 2025 तक (त्योहारी सीजन) |
छूट | वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग, महिला यात्रियों को टिकट उपलब्ध |
अतिरिक्त कदम | AI कैमरे, होल्डिंग एरिया, हेल्प बूथ |
रेलवे ने यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सेवा के लिए लिया है। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी यात्रा पहले से योजना बनाएं और भीड़ से बचें। यह कदम यात्रियों की सुविधा के लिए किया गया है, जिससे वे सुरक्षित और आरामदायक यात्रा कर सकें।