Patna में मेट्रो का ग्रैंड ओपनिंग हो चुका है। बिहार की राजधानी ने इतिहास रच दिया है। 6 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन किया। यह बिहार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। अब पटना भी देश के मेट्रो शहरों की सूची में शामिल हो गया है।
इस परियोजना की शुरुआत 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नींव पत्थर रखकर की थी। छह साल के कड़े परिश्रम के बाद आज यह सपना सच हुआ है। पहले चरण में तीन स्टेशनों को जोड़ा गया है। यह नागरिकों के लिए आधुनिक, तेज और सुरक्षित यात्रा का विकल्प लेकर आया है।
पटना मेट्रो के उद्घाटन से शहर के यातायात के दबाव में कमी आएगी। यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। इसके जरिए नागरिकों को भीड़भाड़ वाले सड़कों से छुटकारा मिलेगा।
पटना मेट्रो का उद्घाटन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 6 अक्टूबर 2025 को नई पाटलिपुत्र बस टर्मिनल (ISBT) में एक भव्य समारोह में पटना मेट्रो का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने पहली मेट्रो ट्रेन में सवारी की। ट्रेन आईएसबीटी से भूतनाथ स्टेशन तक चली। इस ऐतिहासिक घटना को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे।
इस पहले चरण को ‘प्राथमिकता कॉरिडोर’ के नाम से जाना जाता है। यह 3.6 किमी लंबा एलिवेटेड ट्रैक है। इसमें तीन स्टेशन शामिल हैं: आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ। यह कॉरिडोर पटना जंक्शन और आईएसबीटी को जोड़ने वाले कॉरिडोर-2 का हिस्सा है।
पटना मेट्रो के बारे में मुख्य बातें
पटना मेट्रो परियोजना बिहार सरकार और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के सहयोग से बन रही है। यह परियोजना बिहार के शहरी परिवहन के भविष्य को बदल देगी। इसके जरिए नागरिकों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
मेट्रो ट्रेन में तीन कोच हैं। एक ट्रिप में यह लगभग 900 यात्रियों को ले जा सकती है। ट्रेन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी। ट्रेनों के बीच 20 मिनट का अंतराल होगा।
- पहले चरण में ट्रेन की अधिकतम गति 40 किमी प्रति घंटा होगी।
- ट्रेनों में 360 डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
- आपातकालीन बटन और ड्राइवर से सीधा संपर्क की सुविधा भी है।
- महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों के लिए अलग से सीटें आरक्षित हैं।
- ट्रेनों को मधुबनी चित्रकला से सजाया गया है।
- गोलघर, महावीर मंदिर, बोधि वृक्ष जैसे प्रतीकों के स्टिकर लगाए गए हैं।
- सुरक्षा के लिए बिहार स्टेट असिस्टेंट पुलिस (B-SAP) को जिम्मेदारी दी गई है।
- टिकट की कीमत न्यूनतम ₹15 और अधिकतम ₹30 रखी गई है।
पटना मेट्रो योजना का ओवरव्यू
विवरण | जानकारी |
उद्घाटन तिथि | 6 अक्टूबर 2025 |
सार्वजनिक सेवा शुरू | 7 अक्टूबर 2025 |
पहले चरण की लंबाई | 3.6 किमी (एलिवेटेड) |
स्टेशनों की संख्या (पहले चरण) | 3 (ISBT, जीरो माइल, भूतनाथ) |
ट्रेन क्षमता | 900 यात्री प्रति ट्रिप |
ट्रेन आवृत्ति | 20 मिनट |
संचालन समय | सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक |
कुल अनुमानित लागत | ₹13,365.77 करोड़ |
भविष्य की योजनाएं
पहले चरण के बाद आगे के चरणों पर भी काम तेजी से चल रहा है। पूरे फेज-1 को 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसमें दो कॉरिडोर शामिल हैं:
- पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर: दानापुर कैंट से खेमनीचक तक (16.86 किमी)
- उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर: न्यू आईएसबीटी से पटना रेलवे स्टेशन तक (14.5 किमी)
भविष्य में फेज-2, फेज-3 और फेज-4 के तहत और भी लाइनें जोड़ी जाएंगी। पूरी परियोजना पूरी होने पर 24 स्टेशन और 32.5 किमी तक का नेटवर्क होगा।
यात्रियों के लिए सुविधाएं
पटना मेट्रो यात्रियों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं लेकर आया है। ट्रेनों में एसी, एलईडी लाइटिंग, वाई-फाई और चार्जिंग पॉइंट्स जैसी सुविधाएं हैं। स्टेशनों पर भी आरामदायक बैठने की व्यवस्था, पानी के फव्वारे और टिकट काउंटर हैं।
यात्री ऑनलाइन या टिकट काउंटर से टिकट खरीद सकते हैं। टिकट में न्यूनतम ₹15 और अधिकतम ₹30 का किराया है। यह यात्रियों के लिए बहुत सस्ता विकल्प है।
निष्कर्ष
पटना मेट्रो का उद्घाटन बिहार के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल परिवहन के क्षेत्र में बल्कि शहरी विकास के लिए भी एक नई दिशा देगा। यह परियोजना बिहार की आधुनिकता की तस्वीर बदल देगी।