कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों के लिए बड़ी राहत देते हुए पीएफ निकासी के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब सदस्य जरूरत पड़ने पर अपने पीएफ खाते से 75 फीसदी तक राशि आसानी से निकाल सकेंगे। यह फैसला केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) की 238वीं बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने की। इस बदलाव का मकसद सदस्यों को आर्थिक आजादी देना और जीवन को आसान बनाना है।
नए नियमों के तहत, पहले के 13 जटिल निकासी नियमों को सिर्फ तीन सरल श्रेणियों में समेट दिया गया है। इससे अब पैसा निकालने की प्रक्रिया झंझटमुक्त और तेज हो गई है। इस बदलाव का फायदा लगभग 7 करोड़ से ज्यादा पीएफ खाताधारकों को मिलेगा। इसके अलावा, बेरोजगारी, प्राकृतिक आपदा या अन्य आपात स्थितियों में बिना कारण बताए भी पैसा निकाला जा सकेगा।
EPFO नए नियम 2025: पीएफ से पैसा निकालने की पूरी जानकारी
सरकार ने पीएफ खाताधारकों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब आप अपने पीएफ खाते से 75 फीसदी तक राशि निकाल सकते हैं। यह निकासी तीन मुख्य श्रेणियों के तहत की जा सकेगी: आवश्यक जरूरतें, आवास संबंधी जरूरतें और विशेष परिस्थितियां। इसके अलावा, न्यूनतम सेवा अवधि को घटाकर सिर्फ 12 महीने कर दिया गया है। इससे नए कर्मचारियों को भी जल्दी पैसा निकालने में आसानी होगी।
योजना का ओवरव्यू
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | EPFO नए निकासी नियम 2025 |
प्रबंधन | कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) |
लाभार्थी | सभी सक्रिय EPF खाताधारक |
निकासी की सीमा | खाते की जमा राशि का 75% |
न्यूनतम बैलेंस | 25% राशि खाते में रखना अनिवार्य |
निकासी की श्रेणियां | आवश्यक जरूरतें, आवास, विशेष परिस्थितियां |
न्यूनतम सेवा अवधि | 12 महीने |
निकासी की संख्या | शिक्षा के लिए 10 बार, शादी के लिए 5 बार |
मुख्य बदलाव और लाभ
EPFO ने निकासी के नियमों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब सदस्य 75 फीसदी तक राशि निकाल सकते हैं। इसके लिए उन्हें खाते में 25 फीसदी राशि जरूर रखनी होगी। यह राशि रिटायरमेंट के लिए सुरक्षा कवच के तौर पर काम करेगी और इस पर 8.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलता रहेगा।
- निकासी के लिए अब सिर्फ 12 महीने की नौकरी की शर्त है।
- शिक्षा के लिए पैसा निकालने की सीमा बढ़ाकर 10 बार कर दी गई है।
- शादी के लिए निकासी की सीमा अब 5 बार तक है।
- विशेष परिस्थितियों में बिना कारण बताए पैसा निकाला जा सकेगा।
- निकासी के लिए अब ज्यादा दस्तावेजों की जरूरत नहीं होगी।
निकासी की श्रेणियां
अब पीएफ से पैसा निकालने के लिए तीन मुख्य श्रेणियां बनाई गई हैं। इससे प्रक्रिया सरल हो गई है। पहली श्रेणी में आवश्यक जरूरतें जैसे बीमारी, शिक्षा और शादी शामिल हैं। दूसरी श्रेणी में आवास संबंधी जरूरतें जैसे घर खरीदना, बनाना या लोन चुकाना शामिल है। तीसरी श्रेणी में विशेष परिस्थितियां जैसे बेरोजगारी, प्राकृतिक आपदा या महामारी शामिल हैं।
इन श्रेणियों के तहत सदस्य अपनी जरूरत के अनुसार पैसा निकाल सकते हैं। विशेष परिस्थितियों में बिना कारण बताए भी निकासी की जा सकेगी। इससे लोगों को आर्थिक तंगी में तुरंत मदद मिल सकेगी।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
पीएफ पैसा निकालने के लिए अब ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) के जरिए लॉग इन करें। फिर ‘Online Services’ में जाकर ‘Claim (Form-31, 19, 10C & 10D)’ का विकल्प चुनें।
अब अपनी जरूरत के अनुसार श्रेणी चुनें और फॉर्म भरें। आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें। आवेदन जमा करने के बाद आपको एक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने के बाद आवेदन पूरा हो जाएगा। आमतौर पर 15-20 कार्य दिवसों के भीतर पैसा आपके बैंक खाते में आ जाता है।
निकासी के लिए शर्तें
पीएफ से पैसा निकालने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं। सबसे पहले, आपके पास एक सक्रिय UAN होना चाहिए। आपका बैंक खाता UAN के साथ लिंक होना चाहिए। आपके आधार कार्ड और पैन कार्ड भी UAN के साथ लिंक होने चाहिए।
इसके अलावा, आपको कम से कम 12 महीने तक नौकरी करनी होगी। आपके खाते में 25 फीसदी राशि जरूर रहनी चाहिए। अगर आप बेरोजगार हैं, तो आपको एक महीने बाद 75 फीसदी तक राशि निकालने की अनुमति है। रिटायरमेंट पर आप पूरी राशि निकाल सकते हैं।
निष्कर्ष
EPFO के नए नियम से पीएफ खाताधारकों को बड़ी राहत मिली है। अब वे जरूरत पड़ने पर अपने खाते से 75 फीसदी तक राशि आसानी से निकाल सकते हैं। निकासी की प्रक्रिया अब सरल और तेज हो गई है। इससे लोगों की आर्थिक आजादी बढ़ेगी और जीवन आसान होगा।