15 अक्टूबर 2025 से रेलवे टिकट बुकिंग के 6 बड़े नियम बदल गए हैं। अब टिकट बुक करते वक्त यात्रियों को दो नए दस्तावेज दिखाने होंगे। इन नियमों का मकसद टिकट बुकिंग को और पारदर्शी, सुरक्षित और धांधली से मुक्त बनाना है। यह बदलाव ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों बुकिंग पर लागू होंगे।
15 अक्टूबर से बदलें ट्रेन टिकट बुकिंग नियम 2025
रेलवे ने टिकट बुकिंग के लिए कड़े नियम लागू किए हैं जिससे टिकट बुकिंग प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा और टिकिट बंटवारे में गड़बड़ी रोकी जा सकेगी। अब रेलवे टिकट बुकिंग करने वाले को दो तरह के दस्तावेज दिखाने होंगे। इनमें से सबसे आवश्यक है आधार प्रमाणीकरण (Aadhaar Authentication) जो पहले टाटकाल टिकट के लिए जरूरी था, अब यह सामान्य जनरल टिकट बुकिंग में भी पहली 15 मिनट के दौरान अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके अलावा रेलवे ने कुछ और नए नियम भी लागू किए हैं जो यात्रियों के लिए उपयोगी हैं, जैसे टिकट कैंसिलेशन नियम, सामान से जुड़ा नया जुर्माना, लाइन में इंतजार करने वाले यात्रियों के लिए कड़े प्रावधान आदि।
नीचे इस लेख में प्रमुख नए नियमों के साथ एक सारणी के माध्यम से समरी दी गई है।
ट्रेन टिकट बुकिंग में 6 बड़े बदलाव – सारणी
नया नियम | विवरण |
1. आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य (पहली 15 मिनट) | टिकट बुकिंग के पहले 15 मिनट में केवल वे ही टिकट बुक कर सकेंगे जिनके अकाउंट में आधार लिंक और OTP वेरिफिकेशन हो। इससे बॉट्स और एजेंट्स द्वारा जालसाजी रोकी जाएगी। |
2. दो अलग-अलग दस्तावेज दिखाना होगा | टिकट बुकिंग के समय अब आधार और मोबाइल नंबर दोनों का सत्यापन अनिवार्य होगा। |
3. टिकट कैंसिलेशन नियम कड़े | यात्रा के 4 घंटे पहले से कम समय में टिकट कैंसिल करने पर 25% चुकाना होगा। टाटकाल टिकट पर कैंसिलेशन में कोई रिफंड नहीं। |
4. प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों की सख्ती | प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को आरक्षित कोच में यात्रा करने से मना किया गया है। यदि किया तो भारी जुर्माना लगेगा। |
5. सामान के लिए सख्त नियम | सामान की सीमा से अधिक वजन पर 6 गुना ज्यादा जुर्माना लगेगा। अलग-अलग क्लास के लिए अलग लिमिट रखी गई है। |
6. एजेंट्स के लिए बुकिंग में पाबंदियां | एजेंट्स को टिकट बुकिंग के पहले 10-30 मिनट तक बुकिंग करने से रोका जाएगा ताकि असली यात्रियों को प्राथमिकता मिले। |
आधार प्रमाणीकरण का महत्व
नए नियमों के अनुसार अब IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप से टिकट बुक करते वक्त पहली 15 मिनट के लिए आधार लिंक और OTP वेरिफिकेशन जरूरी किया गया है। यह विशेष रूप से जनरल टिकटों के लिए लागू होगा। इसका मकसद असली यात्रियों को ही टिकट वितरण सुनिश्चित करना है ताकि बॉट्स और दुविधा फैलाने वाले एजेंट टिकट बुकिंग न कर सकें।
यदि कोई आधार लिंक नहीं करवा पाया तो वह पहले 15 मिनट के बाद टिकट बुक कर सकता है। रेलवे स्टेशन के काउंटर से टिकट बुकिंग पर यह नियम लागू नहीं होगा।
टिकट कैंसिलेशन के नए नियम
- यात्रा के 4 घंटे पहले से समय कम होने पर टिकट कैंसिलेशन फीस 25% हो गई है।
- टाटकाल टिकट पर कैंसिलेशन पर किसी प्रकार का रिफंड नहीं मिलेगा, सिवाय ट्रैन के कैंसिल या 3 घंटे से ज्यादा विलंब होने के।
- इससे यात्रियों को टिकट कैंसिल करते वक्त सावधानी बरतनी होगी।
प्रतीक्षा सूची के लिए नया नियम
अब प्रतीक्षा सूची वाले टिकट के साथ Sleeper या AC कोच में यात्रा नहीं कर सकेंगे। ऐसा करने पर ₹250 से ₹440 तक जुर्माना देना होगा और साथ में पूरे सफ़र के लिए टिकट की पूरी कीमत भी देनी पड़ेगी। यह नियम सूरत से सही टिकट धारकों को सुविधा देने के लिए है।
सामान सीमा और जुर्माना
भारतीय रेलवे ने सामान ले जाने के नियम भी कड़े कर दिए हैं। यदि निर्धारित सीमा से अधिक सामान बिना टिकट के ले जाया गया तो छह गुना ज्यादा जुर्माना देना होगा। सामान की सीमा इस प्रकार है:
- AC First Class: 70 किलो
- Sleeper Class: 40 किलो
एजेंट्स के लिए बुकिंग समय नियम
एजेंट्स को रेलवे ने बुकिंग का पहला 10-30 मिनट तक प्रतिबंधित किया है। यह प्रतिबंध विशेष रूप से टाटकाल टिकट बुकिंग के लिए है ताकि बड़ी संख्या में असली यात्रियों को बुकिंग का मौका मिले।
नए ट्रेन टिकट नियम का सारांश
यह बदलाव रेलवे टिकट बुकिंग प्रणाली को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए हैं। यात्रियों को टिकट बुकिंग के समय इन नए दस्तावेजों और नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
नियम | विवरण | प्रभाव |
आधार लिंक अनिवार्य | पहली 15 मिनट के लिए | टिकट बोटिंग और एजेंट जालसाजी में कमी |
दो दस्तावेज | आधार और मोबाइल नंबर | प्रमाणीकरण सटीक और सुरक्षित |
कैंसिलेशन नियम | 25% फीस 4 घंटे से कम | कैंसिलेशन में सावधानी, कम नुकसान |
प्रतीक्षा सूची | यात्रा निषेध, जुर्माना | टिकट उपलब्धता में सुधार |
सामान नियम | सीमित वजन, जुर्माना | सामान बिनाबुकिंग प्रतिबंधित |
एजेंट नियम | 10-30 मिनट की पाबंदी | उपभोक्ता प्राथमिकता उपलब्द्ध |
इस योजना की सीख और हकीकत
यह योजना रेलवे की ओर से यात्रियों को बेहतर सेवा और धोखाधड़ी से बचाने के लिए लाई गई है। यह बदलाव पूरी तरह से आधिकारिक और सरकारी नियम हैं। सभी यात्री टिकट बुकिंग से पहले अपने अकाउंट में आधार लिंक जरूर करवा लें।
रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि यह नियम यात्रियों को सुविधा पहुँचाएं न कि परेशानी। स्टेशन पर टिकट बुकिंग के लिए पुराने नियम वैसे ही लागू रहेंगे ताकि डिजिटल डिवाइस ना रखने वाले भी परेशानी में न आएं।