भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के लाखों ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना सामने आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक खातों के लिए नए नियम लागू किए हैं, जो 31 अक्टूबर 2025 से प्रभावी हो जाएंगे। इस नियम के तहत यदि आप अपने बैंक खाते से जुड़े आवश्यक अपडेट समय पर नहीं करते हैं, तो आपका खाता ब्लॉक या इनएक्टिव हो सकता है। खासकर उन खाताधारकों के लिए यह खबर बहुत अहम है, जिनके खाते लंबे समय से निष्क्रिय या अपूर्ण जानकारी वाले हैं। इस आदेश का मकसद खाताधारकों की सुरक्षा बढ़ाना और बैंकिंग फ्रॉड रोकना है।
इसके अलावा, SBI ने अपने कुछ खाताधारकों के लिए नकद निकासी की सीमा भी निर्धारित की है, जो 31 अक्टूबर से लागू होगी। इसलिए, हर ग्राहक को अपने खाते की स्थिति, केवाईसी (KYC) अपडेट, और बैंक द्वारा दी गई सूचनाओं पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो गया है। इस लेख में आपको इस विषय से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी सरल और आसान भाषा में दी जाएगी ताकि आप अपनी बैंकिंग सेवा में किसी प्रकार की असुविधा से बच सकें।
SBI खाताधारकों के लिए 31 अक्टूबर का महत्व
इस तारीख के आसपास कई महत्वपूर्ण बैंकिंग नियम लागू हो रहे हैं, जिनका सीधा असर आपके बैंक खाते पर होगा। पहला नियम है खाते का एक्टिवेशन। यदि बैंक खाते में लंबे समय तक कोई लेन-देन नहीं हुआ, तो वह निष्क्रिय (inactive) या अंततः बंद (blocked) हो सकता है। इसके अतिरिक्त, ग्राहकों को अपना केवाईसी अपडेट कराना अनिवार्य है, क्योंकि आरबीआई ने सख्ती से कहा है कि बिना केवाईसी अपडेट के खाता बंद किया जा सकता है।
दूसरा नियम है नकद निकासी की सीमाएँ। SBI ने क्लासिक और मास्ट्रो डेबिट कार्ड धारकों के लिए 31 अक्टूबर 2025 से एटीएम से नकद निकासी की सीमा 20,000 रुपए प्रतिदिन निर्धारित की है। गोल्ड और प्लेटिनम कार्डधारकों के लिए यह सीमा क्रमशः 50,000 और 1,00,000 रुपए प्रतिदिन रहेगी। यह कदम सुरक्षा बढ़ाने और नकद लेनदेन को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
SBI ग्राहकों के लिए 31 अक्टूबर से पहले जरूरी कार्य
नीचे दी गई टेबल में SBI से जुड़ी मुख्य जानकारियों और नियमों का सारांश दिया गया है, जो 31 अक्टूबर से पहले ध्यान देने योग्य हैं।
विषय | विवरण |
खाता निष्क्रियता | 12 महीने लेन-देन न होने पर खाता इनएक्टिव होगा |
खाता ब्लॉकिंग | केवाईसी अपडेट न कराने पर खाता ब्लॉक होगा |
नकद निकासी सीमा | क्लासिक/मास्ट्रो: ₹20,000 प्रति दिन |
गोल्ड कार्ड: ₹50,000 प्रति दिन | |
प्लेटिनम कार्ड: ₹1,00,000 प्रति दिन | |
आईटीआर फाइलिंग ऑफर | 31 अक्टूबर तक फ्री ITR फाइलिंग ऑफर |
बैंक संपर्क जानकारी | केवाईसी अपडेट के लिए बैंक शाखा में जाएं |
UPI सेवा उपलब्धता | समय-समय पर तकनीकी कारणों से बंद हो सकती है |
बैंक के निर्देश पालन | सभी खाताधारकों को नियमों का पालन अनिवार्य |
31 अक्टूबर से पहले करें ये जरूरी काम
- अपने SBI खाते के केवाईसी दस्तावेजों को अपडेट करें। पासपोर्ट, आधार, पैन कार्ड आदि दस्तावेज नवीनतम और सत्यापित होने चाहिए।
- खाते में नियमित रूप से कम से कम एक लेन-देन कराएं ताकि खाता निष्क्रिय न हो।
- अगर आपके खाते में कैश लोन, ओवरड्राफ्ट सुविधा है, तो बैंक से नियमों के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी करें।
- ATM से नकद निकासी सीमाओं के अनुसार अपने निकासी व्यवहार में बदलाव करें।
- SBI के YONO ऐप या Tax2win ऐप की मदद से 31 अक्टूबर तक फ्री आईटीआर (Income Tax Return) फाइल करें, यह बैंक की ओर से एक सुविधा भी है।
- किसी भी संदिग्ध संदेश या कॉल का जवाब न दें जो आपके खाते को ब्लॉक करने या पर्सनल डिटेल्स मांगते हों। ये कई बार स्कैम हो सकते हैं।
- अपने बैंक की आधिकारिक शाखा या ग्राहक सेवा से संपर्क कर सभी नियमों और शर्तों को समझें और पालना करें।
SBI और RBI के नियमों का उद्देश्य
RBI ने बैंक खातों के लिए ये सख्त नियम इसलिए लागू किए हैं ताकि खाताधारकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। निष्क्रिय खातों की बढ़ती संख्या से बैंक धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। समय-समय पर केवाईसी अपडेट न करने वाले ग्राहक अपनी सुरक्षा खतरे में डाल सकते हैं। नकद लेनदेन की सीमा निर्धारित करने से कैश फ्रॉड और गैरकानूनी लेनदेन पर काबू पाया जा सकता है। इससे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा भी मिलता है।