2025 में पुरानी पेंशन योजना (OPS) को लेकर सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार का अहम फैसला, सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए नई उम्मीद लेकर आया है। इस चर्चित फैसले के बाद OPS बहाली की राह फिर से खुल गई है, जिससे लाखों कर्मचारियों की उम्मीदें अब बढ़ गई हैं।
हाल ही में हुई सुनवाई में, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार व संबंधित राज्यों से OPS बहाली पर जवाब मांगा। साथ ही सरकार ने साफ किया कि इस विषय पर गंभीरता से विचार हो रहा है, जिससे OPS बहाली की संभावना वर्ष 2025 में बढ़ गई है। अब कर्मचारी संगठन और पेंशनर्स दोबारा अपनी मांगों को मजबूती से उठा रहे हैं।
सरकारी कर्मचारियों के लिए Old Pension Scheme लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि OPS से उनका भविष्य सुरक्षित रहता है, जबकि NPS (New Pension Scheme) में जोखिम ज्यादा रहता है। फैसले के बाद केंद्र की नजर अब राज्यों पर भी है, जहां कई जगह OPS बहाली की मांग तेज़ हो गई है।
Old Pension Scheme: सुप्रीम कोर्ट और केंद्र का बड़ा फैसला
Old Pension Scheme, जिसे पुरानी पेंशन योजना भी कहा जाता है, 2004 से पहले केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद जीवनभर पेंशन की गारंटी देती थी। इसमें कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन और ग्रैच्युटी मिलती है। 2004 के बाद NPS लागू हुआ, जिसमें योगदान आधारित प्रणाली है।
2025 में सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई ने इस मामले को फिर सुर्खियों में ला दिया है। कोर्ट ने सरकारी पक्ष से स्पष्ट स्टैंड मांगा है कि क्या OPS बहाल किया जाएगा या नहीं। इससे पहले कांग्रेस शासित कुछ राज्यों—राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़—ने आंशिक रूप से OPS बहाल करने की घोषणा भी की थी।
कर्मचारी संगठन और पेंशनर्स लगातार मांग उठा रहे हैं कि पुरानी पेंशन योजना फिर से शुरू की जाए जिससे रिटायरमेंट में भविष्य सुरक्षा मिल सके। सरकार भी इस पर नीति बनाने में विचार कर रही है। संसद में भी यह मुद्दा समय-समय पर उठता रहा है।
पुरानी पेंशन योजना (OPS) का टैबल अवलोकन
| पहलू | विवरण |
| योजना नाम | पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) |
| लागू कब हुआ | 2004 से पहले |
| किसके लिए | केंद्र व राज्य सरकार के कर्मचारी |
| योगदान | बिना योगदान (Non-Contributory) |
| लाभ | रिटायरमेंट के बाद आजीवन पेंशन |
| न्यूनतम पेंशन | सरकारी नियम अनुसार ₹3500 या अधिक |
| ग्रैच्युटी | सेवाकाल के आधार पर दी जाती है |
| OPS बहाली स्थिति | सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, 2025 में संभावनाएं |
| केंद्र सरकार रुख | गंभीरता से विचाराधीन |
| कर्मचारी संगठन मांग | OPS पूर्ण रूप से बहाल करने की मांग |
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई और केंद्र का स्टैंड
2025 में सुप्रीम कोर्ट में OPS बहाली को लेकर महत्वपूर्ण सुनवाई हुई। कोर्ट ने केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा कि OPS दोबारा लागू होगा या नहीं। कोर्ट ने कर्मचारी संगठनों की दलील सुनी और विषय की गंभीरता को समझा।
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि OPS बहाली के लिए एक कमिटी गठित की गई है और उनकी अनुशंसा की समीक्षा की जा रही है। इससे यह संभावना बढ़ गई है कि आगामी नीति में OPS की बहाली पर विचार हो सकता है।
क्यों मांग में है Old Pension Scheme?
बहुत से कर्मचारियों का कहना है कि OPS से उनकी वित्तीय सुरक्षा बनी रहती थी, क्योंकि इसमें महंगाई के अनुसार पेंशन हर साल बढ़ता है। दूसरी तरफ, NPS पूरी तरह मार्केट आधारित है, जिसमें गारंटीड पेंशन की जगह निवेश का रिस्क है। इसी वजह से करोड़ों कर्मचारी OPS की वापसी की मांग कर रहे हैं।
OPS बहाली की मांग कर्मचारियों के मुख्य मुद्दों में से एक रही है, खासकर उन कर्मचारियों के लिए जिन्होंने 2004 से पहले नौकरी जॉइन की थी। इन कर्मचारियों की तादाद लाखों में है।
किन राज्यों ने अब तक बहाली की कोशिश की?
- राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सरकारों ने आंशिक रूप से OPS बहाल करने की घोषणा की है।
- इन राज्यों में OPS से संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के लाभ मिलना शुरू हो गया है।
- केंद्र सरकार इस विषय पर नीति बनाने में अन्य राज्यों की राय भी ले रही है।
पुरानी पेंशन योजना के फायदे
- पूरी तरह सरकारी गारंटी वाली पेंशन।
- रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा।
- महंगाई, वेतन वृद्धि के अनुसार पेंशन में संशोधन।
- परिवार पेंशन (Family Pension) की सुविधा।
- ग्रैच्युटी और अन्य लाभ।
- बढ़ती उम्र में मेडिकल सुविधा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर
- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद कर्मचारियों की आस फिर जगी है।
- OPS बहाली की मांग को लेकर विभागीय स्तर पर कवायद शुरू हो गई है।
- अगर केंद्र सरकार OPS लागू करती है तो पूरे देश के सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
2025 में OPS बहाली की संभावना क्या है?
सरकार की ओर से संकेत दिए गए हैं कि कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से सुना जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बहाली की उम्मीद और अधिक बढ़ गई है। सरकार ने जल्दी ही कमिटी की रिपोर्ट आने तक कोई अंतिम फैसला न लेने की बात कही है।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि आगामी 6 महीनों में इस विषय पर महत्वपूर्ण फैसला लिया जा सकता है। कर्मचारी संगठन भी आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं जिससे दबाव और बढ़ेगा।
Old Pension Scheme संबंधित प्रमुख बिंदु
- OPS में पेंशन राशि तय होती है जो रिटायरमेंट के अंतिम वेतन के आधार पर होती है।
- NPS में मार्केट के अनुसार लाभ मिलता है, गारंटी नहीं।
- OPS लागू होने पर कर्मचारियों को परमानेंट स्टेबल इनकम मिल जाएगी।
- वित्त मंत्रालय ने भी OPS पर एक्सपर्ट कमिटी बनाई है।
- कर्मचारियों के लिए वित्तीय रिस्क कम हो जाएगा।
- परिवार पेंशन, ग्रैच्युटी का फायदा बढ़ जाएगा।
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के फैसले के बाद 2025 में Old Pension Scheme की बहाली की संभावना मजबूती से सामने आई है। हालांकि अभी अंतिम फैसला बाकी है, लेकिन कर्मचारी वर्ग में उत्साह और उम्मीद दोनों है। सरकार व सुप्रीम कोर्ट की ओर से जवाब मिलने के बाद स्थिति साफ हो जाएगी।










