झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना एक बार फिर चर्चा में है, क्योंकि सरकार ने 15वीं किस्त की राशि जारी कर दी है। इस बार दिवाली से पहले ही 12 जिलों की महिलाओं के खातों में ₹2500 की राशि जमा कर दी गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस भुगतान को महिलाओं के लिए दिवाली गिफ्ट बताया है और कहा है कि शेष जिलों की लाभार्थियों को भी जल्द ही यह राशि मिलेगी।
यह योजना झारखंड की गरीब और मध्यम वर्ग की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई थी। इसके अंतर्गत योग्य महिलाओं को प्रतिमाह ₹2500 की आर्थिक सहायता राज्य सरकार द्वारा सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाती है। सरकार का मुख्य उद्देश्य घरेलू महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देना और परिवारिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करना है।
What is Maiya Samman Yojana?
मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की एक महिला कल्याण योजना है, जिसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुरू किया था। इस योजना के तहत राज्य की 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की आर्थिक रूप से कमजोर महिला लाभार्थियों को प्रत्येक माह ₹2500 की राशि प्रदान की जाती है।
शुरुआत में इस योजना के तहत ₹1000 प्रतिमाह दिए जाते थे, लेकिन दिसंबर 2024 में राशि को बढ़ाकर ₹2500 कर दिया गया। यह राशि सीधे लाभार्थियों के आधार लिंक्ड बैंक खातों में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है। योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास तथा सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है, और अब तक करीब 50 लाख से अधिक महिलाएँ इसका लाभ ले चुकी हैं।
15वीं किस्त का भुगतान और लाभ
अक्टूबर 2025 में सरकार ने यह घोषणा की कि दीपावली से पहले पात्र महिलाओं के खातों में 15वीं किस्त की राशि भेज दी जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, पहली फेज में केवल 12 जिलों की महिलाओं के खातों में ₹2500 की राशि जमा की गई है। इन जिलों में रांची, धनबाद, देवघर, बोकारो, लोहरदगा, गुमला, जामताड़ा, सिमडेगा, चतरा, दुमका, पाकुड़ और गिरिडीह जैसे जिले शामिल हैं।
जिन महिलाओं को पिछली यानी 14वीं किस्त नहीं मिल पाई थी, उन्हें इस बार एक साथ दो किस्तें यानी ₹5000 प्राप्त होंगे। सरकार का प्रयास है कि त्योहार से पहले कोई भी पात्र महिला योजना के लाभ से वंचित न रहे। शेष जिलों में राशि अगले चरण में जमा की जाएगी, जो 20 से 22 अक्टूबर के बीच पूरी करने की योजना है।
आवेदन और पात्रता नियम
मइयां सम्मान योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को दिया जाता है जिनकी आय राज्य सरकार के निर्धारण अनुसार गरीबी रेखा के नीचे है। साथ ही, लाभार्थी झारखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए और उसके परिवार में कोई व्यक्ति सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी या आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा, लाभार्थियों के पास राज्य सरकार द्वारा जारी राशन कार्ड और आधार कार्ड होना आवश्यक है। आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से किए जा सकते हैं। आवेदन के बाद पात्रता सत्यापन के उपरांत नाम लाभार्थी सूची में शामिल किया जाता है।
भुगतान स्थिति कैसे जांचें
अगर किसी महिला को अब तक राशि नहीं मिली है, तो वह योजना की आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम लोक सेवा केंद्र के माध्यम से स्टेटस चेक कर सकती है। स्टेटस जानने के लिए लाभार्थी को अपना आधार नंबर या पंजीकरण नंबर दर्ज करना होता है।
सरकार ने बताया है कि जिन जिलों की महिलाओं को अब तक राशि नहीं मिली है, उन्हें दिवाली से पहले यानी 22 अक्टूबर तक सभी भुगतान कर दिए जाएंगे। यह भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है ताकि किसी खाते में तकनीकी त्रुटि या बैंक देरी जैसी दिक्कत न आए।
भविष्य की किस्तों को लेकर जानकारी
सरकार ने फिलहाल यह स्पष्ट किया है कि नवंबर 2025 से नियमित किस्तें फिर समय पर जारी की जाएंगी। अगर किसी लाभार्थी को भुगतान संबंधी कोई त्रुटि आती है, तो वह ब्लॉक स्तर के महिला विकास कार्यालय या जिले के सामाजिक सुरक्षा विभाग में शिकायत दर्ज कर सकती है।
राज्य सरकार का कहना है कि महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए यह योजना निरंतर जारी रहेगी। इस माध्यम से अब तक हजारों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिली है और छोटे स्तर पर व्यवसाय या परिवार की जरूरतों के लिए आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की महिलाओं के लिए सबसे प्रभावी योजनाओं में से एक बन चुकी है। 15वीं किस्त के तहत 12 जिलों की महिलाओं को दीपावली से पहले ₹2500 का लाभ मिलना राज्य की महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। जल्द ही बाकी जिलों की महिलाओं के खाते में भी राशि भेज दी जाएगी, जिससे हर महिला इस त्योहार का आनंद आर्थिक चिंता से मुक्त होकर मना सकेगी।











