भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए 25 अक्टूबर 2025 से ट्रेन टिकट बुकिंग के समय और नियमों में बदलाव किया है। यह कदम IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) के जरिए होने वाली ऑनलाइन टिकट बुकिंग को सुरक्षित, पारदर्शी और फर्जीवाड़ा मुक्त बनाने के लिए उठाया गया है। नई प्रणाली से यात्रियों को ज्यादा मौका मिलेगा टिकट पाने का, खासकर त्योहारों और भीड़भाड़ के समय में।
बदलाव क्यों किए गए?
रेल टिकट बुकिंग के दौरान अक्सर शिकायतें आती थीं कि टिकट दलाल और बॉट सिस्टम टिकटों पर कब्जा कर लेते हैं। इस वजह से आम यात्रियों को टिकट नहीं मिलते थे। अब रेल मंत्रालय ने इस धांधली को रोकने के लिए बुकिंग के शुरुआती 15 मिनट का नियम लागू किया है। इसमें केवल आधार लिंक्ड IRCTC अकाउंट वाले यात्री ही टिकट बुक कर पाएंगे।
क्या है नया नियम?
अब से जब भी किसी ट्रेन की बुकिंग खुलेगी (जो यात्रा की तारीख से 60 दिन पहले होती है), तो पहले 15 मिनट तक केवल आधार वेरिफाइड यूजर को ही बुकिंग की अनुमति होगी। इसके बाद बाकी लोग टिकट बुक कर सकेंगे। इसके अलावा एजेंटों को पहले 10 मिनट तक टिकट बुक करने से रोका गया है।
नए नियमों का उद्देश्य
- टिकट दलालों पर रोक लगाना
- आधार प्रक्रिया से बुकिंग सिस्टम को सुरक्षित बनाना
- सामान्य यात्रियों को प्राथमिकता देना
- ऑनलाइन बुकिंग में पारदर्शिता लाना
नया बुकिंग टेबल एक नज़र में
प्रमुख पहलू | विवरण |
नया नियम लागू होने की तिथि | 25 अक्टूबर 2025 |
जिम्मेदार विभाग | भारतीय रेलवे और IRCTC |
बुकिंग की शुरुआत | यात्रा तिथि से 60 दिन पहले |
शुरुआती 15 मिनट | केवल आधार लिंक्ड यूजर के लिए |
एजेंट बुकिंग की अनुमति | पहले 10 मिनट तक नहीं |
ऑफलाइन बुकिंग (काउंटर) | बिना आधार के भी संभव |
लागू प्लेटफॉर्म | IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप |
नियम का उद्देश्य | टिकट फर्जीवाड़ा रोकना और पारदर्शिता बढ़ाना |
टाइमिंग चेंज की पुष्टि | रेलवे की आधिकारिक घोषणा के अनुसार |
नई टाइमिंग क्या होगी?
अब तक अधिकतर ट्रेनों की बुकिंग सुबह 8 बजे, 10 बजे और 11 बजे के स्लॉट में खुलती थी। 25 अक्टूबर से टाइमिंग को शिफ्ट आधार पर लागू किया गया है। उदाहरण के लिए:
- स्लीपर क्लास टिकट: सुबह 8 बजे
- एसी क्लास टिकट: सुबह 10 बजे
- फर्स्ट एसी और चेयरकार: सुबह 11 बजे
पहले 15 मिनट तक केवल आधार-वेरिफाइड अकाउंट से ही टिकट बुक किए जा सकेंगे। नया समय सभी IRCTC यूज़र्स और एजेंटों पर लागू होगा।
कैसे करें आधार लिंकिंग?
रेलवे ने साफ किया है कि टिकट बुकिंग से पहले यात्रियों को अपने IRCTC प्रोफाइल में आधार लिंक कराना जरूरी है।
कदम इस प्रकार हैं:
- IRCTC वेबसाइट या ऐप में लॉगिन करें
- “Profile” सेक्शन में जाएं
- “Aadhaar KYC” पर क्लिक करें
- अपना आधार नंबर डालें और OTP वेरिफाई करें
- प्रक्रिया पूरी होते ही अकाउंट वेरिफाइड दिखेगा
इसका फायदा यात्रियों को
- आम यात्रियों को टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी
- एजेंटों द्वारा ब्लैक मार्केटिंग रोकी जाएगी
- त्योहारों में आसानी से रिजर्वेशन मिल पाएगा
- सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ेगी
- फ्रॉड बुकिंग की घटनाएं कम होंगी
रेलवे का कहना क्या है?
भारतीय रेलवे का कहना है कि यह बदलाव यात्रियों के लिए हितकारी है। पूर्व समय में 80% से अधिक टिकटें एजेंट अकाउंट्स द्वारा खरीदी जा रही थीं, जिससे कई असली यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाते थे। अब यह नीति उसी का सुधार है।
क्या ऑफलाइन टिकट बुकिंग पर असर पड़ेगा?
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि स्टेशन काउंटर से टिकट बुकिंग की प्रक्रिया पहले जैसी ही रहेगी। वहां कोई नया समय या आधार लिंकिंग जरूरी नहीं होगी। यह नियम केवल ऑनलाइन रिजर्व टिकट बुकिंग पर लागू होगा।
यात्रियों के लिए जरूरी बातें
- IRCTC अकाउंट जरूर आधार से वेरिफाई करें
- पुरानी बुकिंग टाइमिंग न मानें, नई टाइमिंग पर बुकिंग करें
- एजेंट 10 मिनट बाद ही टिकट बुक कर सकते हैं
- ऑनलाइन बुकिंग में आधार की एंट्री करते वक्त OTP से वेरिफिकेशन जरूरी है
नई प्रणाली के फायदे और नुकसान
बिंदु | फायदे | नुकसान |
आधार सत्यापन | फर्जी अकाउंट्स खत्म | बिना आधार वाले नागरिकों को असुविधा |
एजेंट रोक | दलालों पर नियंत्रण | शुरुआती समय में ट्रैफिक ज्यादा |
बुकिंग टाइमिंग | बेहतर वितरण | तकनीकी सर्वर पर लोड बढ़ सकता है |
यात्रा योजनाओं पर असर
अब त्योहारों या विवाह सीजन में टिकट बुकिंग ज्यादा व्यवस्थित तरीके से होगी। रेलवे की कोशिश है कि आम नागरिकों को बिना परेशानी के सफर का मौका मिले। इस नए नियम से “पहले आए पहले पाए” सिस्टम सही मायने में लागू होगा।