प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) भारत सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता योजना है। इस योजना का उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसान परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी आमदनी में सुधार करना है। योजना के तहत हर साल किसान परिवारों को कुल 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता तीन किस्तों में सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2018 में इस योजना की शुरुआत की थी, और तब से यह योजना ग्रामीण भारत के लाखों किसानों का आर्थिक सहारा बन चुकी है। हाल ही में पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त की तिथि जारी हुई है, जिससे किसानों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। इस किस्त के तहत किसानों को 2,000 रुपये सीधे उनके बैंक खातों में मिलेंगे, जो उनकी खेती संबंधित आवश्यकताओं और जीवनयापन में मददगार होंगे।
इस किस्त का भुगतान राज्य सरकारों की पुष्टि और आधार कार्ड लिंकिंग के बाद सभी पात्र किसानों तक पहुंचाया जाएगा। आम तौर पर इस योजना के तहत तीन किस्तें साल में चार-चार महीने के अंतराल पर दी जाती हैं।
PM Kisan Yojana: Full Details
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत भारत सरकार छोटे और सीमांत किसानों को सालाना 6,000 रुपये देती है। ये राशि तीन समान किस्तों में दी जाती है, प्रत्येक किस्त का मूल्य 2,000 रुपये होता है। योजना का लाभ पाने के लिए किसान के पास अधिकतम दो हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए। इस योजना में परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ देखा जाता है, जिसमें पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल हैं। योजना का लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर किसानों की मदद करना है ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर तरीके से चला सकें।
सरकार द्वारा यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में डाइरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाती है। इससे धन की ट्रांसफर प्रक्रिया शीघ्र और पारदर्शी होती है, तथा मिडलमैन द्वारा रकम हड़पनी या अन्य प्रकार की गड़बड़ी की संभावनाएं समाप्त हो जाती हैं। इसके अलावा, किसानों को इस योजना के तहत अपने आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक कराना अनिवार्य है, तथा ऑनलाइन KYC पूरा करना भी आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि सहायता सीधे सही किसानों तक पहुंचे और भुगतान में कोई देरी न हो।
इस योजना की पात्रता में सरकारी कर्मचारी या जिनके पास बड़े पैमाने पर निजी संपत्ति है, वे शामिल नहीं होते। योजना में नाबालिग किसान शामिल नहीं होते और लाभार्थी की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। इस प्रकार, यह योजना मुख्य रूप से छोटे किसान परिवारों के लिए बनाई गई है जो खेती के लिए भूमि के मालिक हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
पीएम किसान 21वीं किस्त की तिथि और भुगतान स्थिति
2025 में पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में जारी होने की संभावना है। हालांकि अभी सरकार ने आधिकारिक तौर पर तारीख घोषित नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह किस्त 1 से 15 नवंबर के बीच किसानों को मिलना शुरू हो जाएगी। कुछ राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, और जम्मू-कश्मीर में यह किस्त पहले ही किसानों के खातों में पहुंच चुकी है।
21वीं किस्त के भुगतान के लिए राज्यों को आधार से जुड़ी लिस्ट और KYC जांच पूरी करनी होती है। इसके साथ ही किसान परिवारों को भी अपनी मिट्टी के मालिकाना हक के प्रमाण के साथ सूचीबद्ध होना जरूरी है। जिन किसानों ने अभी तक अपना KYC या आधार लिंकिंग प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए। इससे उन्हें किस्त पाने में कोई बाधा नहीं होगी।
इस किस्त के वितरण के साथ ही सरकार किसानों को खेती में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल, बीज, खाद, और अन्य कृषि उपकरणों को खरीदने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, जिससे किसान अपनी पैदावार बेहतर कर सकें।
पीएम किसान योजना में आवेदन कैसे करें
किसान जो पीएम किसान योजना के तहत आर्थिक सहायता चाहते हैं, वे ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है। यहां किसान को अपना आधार नंबर, बैंक विवरण और भूमि मालिकाना हक के दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। इसके बाद किसान को एक रजिस्ट्रेशन नंबर प्रदान किया जाता है, जिससे वह अपनी आवेदन की स्थिति चेक कर सकता है।
ऑफलाइन आवेदन के लिए किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग या पंचायत कार्यालय में जाकर फार्म भर सकते हैं। आवेदन के साथ किसान को आधार कार्ड की कॉपी, बैंक पासबुक की कॉपी, और जमीन के कागजात जमा करने होते हैं। आवेदन पूरी तरह सत्यापित होने के बाद, किसान की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
निष्कर्ष
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता का जरिया है, जो उनकी खेती और जीवन यापन में मदद करता है। 21वीं किस्त की जल्द जारी होने वाली तिथि किसानों के लिए राहत की खबर है, जिससे उनकी आमदनी में निरंतरता बनी रहेगी। यदि किसान अपनी KYC और आधार लिंकिंग प्रक्रिया समय रहते पूरी कर लें तो वे बिना किसी रुकावट के इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना किसानों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में सुधार और प्रगति का भी मार्ग प्रशस्त करती है।











