पोस्ट ऑफिस की MIS (Monthly Income Scheme) और RD (Recurring Deposit) स्कीम मिलाकर निवेशकों को मासिक नियमित इनकम का पक्का जरिया उपलब्ध कराती हैं। ये दोनों सरकारी बचत योजनाएं सुरक्षित पूंजी निवेश के साथ सुनिश्चित रिटर्न देती हैं। MIS में एकमुश्त राशि लगाकर हर महीने निश्चित ब्याज मिलता है, वहीं RD में मासिक किस्त जमा कर बचत की जाती है। इसलिए इन दोनों को मिलाकर निवेश करने से निवेशकों को डबल फायदा मिलता है—मासिक इनकम के साथ नियमित बचत भी होती है।
MIS स्कीम का दायरा पांच साल का होता है, जिसमें सरकार निश्चित ब्याज दर पर मासिक ब्याज भुगतान करती है। वहीं RD में तय अवधि (5 साल) तक हर माह एक नियत राशि जमा करनी होती है और ब्याज चक्रवृद्धि होता है। दोनों योजना सरकारी गारंटी के साथ सुरक्षित हैं और गलत सुरक्षा का प्रावधान करती हैं, इसलिए यह खासकर रिटायर या नियमित आय चाहने वाले निवेशकों के लिए बेहद लाभकारी हैं।
Post Office Monthly Income Scheme (MIS) क्या है?
MIS पोस्ट ऑफिस की एक बचत योजना है, जो निवेशकों को एकमुश्त राशि निवेश करने पर हर महीने तय ब्याज प्रदान करती है। इसका मकसद नियमित मासिक आय देना है, जो बच्चे, रिटायर लोग या पेंशन पर निर्भर लोग पसंद करते हैं। यह योजना 5 साल की अवधि के लिए होती है। MIS में न्यूनतम निवेश राशि 1000 रुपये है और अधिकतम निवेश राशि 9 लाख रुपये तक हो सकती है (व्यक्तिगत खाते के लिए)।
MIS की ब्याज दर अप्रैल 2025 से 7.4% वार्षिक है, जो मासिक भुगतान के रूप में दी जाती है। इस योजना में जमा राशि की सुरक्षा सरकार द्वारा की जाती है, इसलिए यह बहुत ही सुरक्षित निवेश विकल्प है। ब्याज पर टैक्स देना होता है, लेकिन यह योजना वित्तीय स्थिरता का भरोसेमंद जरिया है।
Post Office Recurring Deposit (RD) क्या है?
RD स्कीम में निवेशक हर महीने कम से कम 100 रुपये की किस्त जमा करता है, जो तय अवधि (जैसे 5 साल) तक जमा होती है। इस पर ब्याज चक्रवृद्धि के आधार पर मिलता है, यानी ब्याज पर भी ब्याज मिलता है। RD स्कीम में कोई अधिकतम राशि का प्रतिबंध नहीं है और यह नियमित बचत के लिए उत्तम है।
RD की ब्याज दर जुलाई 2025 से 6.7% वार्षिक (क्वार्टरली कम्पाउंडेड) है। इसमें जमा राशि 5 साल के बाद एकमुश्त मिलती है। RD में भी राशि सरकार द्वारा सुरक्षित रहती है। साथ ही, समय से पहले निकासी और लोन की सुविधा भी उपलब्ध होती है।
MIS + RD स्कीम से कैसे होगा डबल फायदा?
MIS से मासिक पक्की आय मिलती है, जिससे घरेलू खर्चों के लिए नियमित रकम मिलती है। RD में बचत राशि जमा होकर समय के साथ बढ़ती रहती है, जो सेवानिवृत्ति या बड़ी जरूरतों के लिए फंड तैयार करती है।
इस तरह, MIS निवेशकों को मासिक आय देता है, जबकि RD नियमित बचत के जरिए पूंजी भी बनाता है। दोनों योजनाएं मिलकर निवेशकों को वित्तीय स्थिरता का बेहतर अवसर प्रदान करती हैं।
Post Office की MIS और RD स्कीम का विस्तृत सारणी
विशेषता | Post Office MIS | Post Office RD |
निवेश की نوع | एकमुश्त राशि | मासिक किस्त जमा |
न्यूनतम निवेश | ₹1000 | ₹100 |
अधिकतम निवेश | ₹9 लाख (व्यक्तिगत) | कोई अधिकतम सीमा नहीं |
ब्याज दर (2025) | 7.4% वार्षिक (मासिक भुगतान) | 6.7% वार्षिक (क्वार्टरली चक्रवृद्धि) |
अवधि | 5 वर्ष | 5 वर्ष (60 महीने) |
ब्याज भुगतान | मासिक | अवधि के अंत में जमा राशि सहित ब्याज |
पुनर्निवेश | संभव | संभव |
निकासी | 1 वर्ष बाद आंशिक निकासी, कुछ जुर्माने के साथ | 3 साल बाद पूर्व निकासी की अनुमति |
सुरक्षा | 100% सरकारी गारंटी | 100% सरकारी गारंटी |
MIS और RD के फायदे और ध्यान रखें बातें
- सरकारी गारंटी: दोनों योजनाओं में निवेश सुरक्षित रहता है क्योंकि भारत सरकार की गारंटी शामिल होती है।
- नियमित आय: MIS से निवेशकों को हर महीने निश्चित आय मिलती है।
- नियमित बचत: RD से बचत की आदत बनती है और धन चक्रवृद्धि ब्याज के साथ बढ़ता है।
- लचीलापन: दोनों योजनाओं में अकाउंट स्थानांतरण और नामांकन की सुविधा होती है।
- टैक्स लाभ: सीधे तौर पर टैक्स लाभ नहीं मिलते; ब्याज आय पर टैक्स देना होता है।
ध्यान दें कि MIS और RD में ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है, जो सरकारी निर्णयों पर निर्भर करती है। साथ ही, MIS की निकासी पर कुछ प्रतिबंध और जुर्माना लागू होता है।
निष्कर्ष: क्या है यह योजना असली या मिथ्या?
पोस्ट ऑफिस की MIS और RD स्कीम सरकारी बचत योजनाएं हैं, जो भारत सरकार के आधिकारिक डाक विभाग से संचालित होती हैं। यह योजनाएं बिल्कुल असली और भरोसेमंद हैं।
निवेशक जो कम जोखिम में नियमित आय या बचत करना चाहते हैं उनके लिए MIS + RD योजना एक बेहतरीन विकल्प है। कुछ अफवाहें या गलत जानकारी इन योजनाओं के बारे में सोशल मीडिया पर फैलती रहती हैं, लेकिन सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से जारी ब्याज दर और नियम समय-समय पर अपडेट किये जाते हैं और ये योजनाएं पूरी तरह से वैध हैं।
अतः इन योजनाओं में निवेश करते समय केवल अधिकारियों द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी और डाकघर की वेबसाइट से दी गई जानकारी का ही भरोसा करें।