परिवार के लिए जरूरी राशन सामग्री हर घर तक पहुंचे, इसके लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। देश के कई हिस्सों में गरीब और जरूरतमंद परिवारों को खाने-पीने की दिक्कत ना हो, इसके लिए राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में अनाज व अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ जैसी कई योजनाओं के तहत गेहूं, चावल, नमक और बाजरा तक मुफ्त में बांट रही हैं।
इन योजनाओं से करोड़ों परिवारों को सीधा लाभ मिल रहा है और उनका घर चलाना आसान हो गया है। महंगाई के इस दौर में गरीब, मजदूर और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को राशन कार्ड के जरिए हर माह राशन मिलता है। सरकार हर सदस्य को न केवल मुफ्त अनाज दे रही है, बल्कि पोषक तत्व से भरपूर बाजरा और अन्य सामग्री भी बांटी जा रही है।
इससे परिवार के छोटे-बड़े सभी सदस्य को भरपेट खाना मिल सके, इसी मकसद से यह पहल की गई है। आइए जानते हैं इस योजना की पूरी जानकारी, किसे क्या मिलता है और कैसे फायदा उठाया जा सकता है।
Ration Card News: New Details
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) और राज्य स्तर की राशन वितरण योजनाओं के माध्यम से सरकार गरीब और निचले तबके के परिवारों को मुफ्त राशन दे रही है। इन योजनाओं का उद्देश्य है कि ऐसी स्थिति न आए जब किसी परिवार को खाने के लिए संघर्ष करना पड़े। पीएमजीकेएवाई के तहत सभी पात्र राशन कार्ड धारकों को प्रति सदस्य 5 किलो गेहूं/चावल मुफ्त दिया जाता है। कई राज्यों ने इसमें नमक और बाजरा भी जोड़ दिया है, जिससे पोषण स्तर और बेहतर हो सके।
इस योजना के अंतर्गत अगर किसी परिवार में पांच सदस्य हैं, तो उन्हें कुल 25 किलो अनाज मुफ्त मिलेगा। राज्य सरकारें जगह-जगह अपने हिसाब से नमक और बाजरा की मात्रा भी लागू करती हैं। आमतौर पर, हर महीने प्रति सदस्य 5 किलो अनाज (गेहूं या चावल), प्रति परिवार 1 किलो नमक और कई जगहों पर बाजरा भी मुफ्त मिलता है।
राशन कार्ड से लाभ पाने के लिए राशन दुकान पर जाना होता है। वहां इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ़ सेल (e-PoS) मशीन से आधार या OTP वेरिफिकेशन होते ही अनाज मिल जाता है। राशन कार्ड में नाम दर्ज हर सदस्य को इसका लाभ मिलता है। सरकार यह सुनिश्चित करती है कि किसी भी लाभार्थी से राशन के बदले कोई राशि न ली जाए, सब कुछ पूरी तरह मुफ्त है।
सरकार द्वारा दी जाने वाली यह सुविधा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत भी आती है, जिसमें राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर अतिरिक्त सुविधाएं जमा करती हैं। कहीं-कहीं राज्यों ने ‘अन्नपूर्णा योजना’, ‘मुख्यमंत्री मुफ्त राशन योजना’ जैसी योजनाओं में भी सप्ताह, पंद्रह दिन या महीने में एक बार राशन वितरण की सुविधा दी है।
यदि कोई नया सदस्य परिवार में आता है या किसी का नाम छुट जाता है, तो राशन कार्ड को अपडेट कराना जरूरी होता है। इसके लिए नजदीकी राशन दुकान, संवेदनशील केंद्र, या खाद्य विभाग के कार्यालयों में आवेदन देना होता है। राशन कार्ड बनवाने के लिए आधार, पहचान पत्र, पते का प्रमाण, पारिवारिक विवरण जैसे दस्तावेज आवश्यक हैं। एक बार कार्ड अपडेट हो जाए, तो नया सदस्य भी मुफ्त अनाज का हकदार बन जाता है।
आवेदन कैसे करें एवं किन्हें मिलेगा लाभ
राशन कार्ड हेतु अप्लाई करने के लिए आमतौर पर कुछ जरूरी प्रक्रिया होती है। जैसे—
- नजदीकी सरकारी राशन दुकान या खाद्य विभाग दफ्तर में जाएं।
- आवेदन फॉर्म लें और सही-सही जानकारी भरें।
- साथ में जरूरी दस्तावेज (आधार कार्ड, परिवार का विवरण, निवास प्रमाण आदि) संलग्न करें।
- जमा करने के बाद आवेदन की स्थिति का पता ऑनलाइन या राशन डीलर से लिया जा सकता है।
पात्रता की बात करें तो गरीब, कमजोर, बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे), अंत्योदय कार्ड धारकों को इस योजना का लाभ मिलता है। समग्र परिवार जिनका नाम राज्य सरकार या केंद्र द्वारा तय सूची में है, उन्हें भी मुफ्त अनाज और सामग्री मिलती है।
बाजरा जैसी स्थानीय फसलों की आपूर्ति से स्थानीय गरीब किसानों की आमदनी भी बढ़ रही है, क्योंकि सरकार उनसे ही ये खाद्य सामग्री खरीद रही है। इससे किसानों को बाजार भी मिल रहा है और गरीबों को पौष्टिक अनाज।
निष्कर्ष
सरकार द्वारा परिवार के हर सदस्य को मुफ्त गेहूं, चावल, नमक और बाजरा देने की यह योजना गरीबों और जरूरतमंदों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो रही है। इससे ना सिर्फ भूख मिट रही है, बल्कि पोषण स्तर में भी सुधार आ रहा है और समाज में समानता की भावना मजबूत हो रही है।