वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बार फिर बड़ी राहत की खबर आई है। भारतीय रेलवे ने जून 2025 से ट्रेन टिकटों पर वरिष्ठ नागरिकों को विशेष छूट देने की घोषणा की है। यह फैसला उन बुजुर्ग यात्रियों के लिए राहत लेकर आया है जो रोजाना अथवा लंबी दूरी की यात्रा में ट्रेन को ही मुख्य साधन के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
सरकार का यह कदम बढ़ती लागत और वृद्ध नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। पिछले कुछ वर्षों में, कोविड-19 महामारी के बाद रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों की रियायतें अस्थायी रूप से रोक दी थीं। उस दौरान यात्रियों पर किराए का पूरा भार आया था, जिससे बुजुर्ग वर्ग को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।
लेकिन अब भारतीय रेलवे मंत्रालय ने फिर से इस योजना को शुरू करने का फैसला लिया है ताकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए यात्रा अधिक किफायती हो सके। यह निर्णय भारतीय रेलवे के “सीनियर सिटिजन टिकट कंसेशन स्कीम 2025” के तहत लागू किया गया है। इस योजना के माध्यम से रेलवे का उद्देश्य है कि वरिष्ठ यात्रियों को दोबारा वह सुविधा मिले, जो पहले 2020 से पहले उपलब्ध थी।
Senior Citizen Ticket Discount: New Update
भारतीय रेलवे ने 1 जून 2025 से सीनियर सिटिजन किराया रियायत योजना फिर से शुरू की है। नई नीति के अनुसार, 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरुषों को ट्रेन टिकट पर 40% की छूट मिलेगी, जबकि 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाओं को 50% तक छूट दी जाएगी।
यह छूट सभी आरक्षित वर्गों — स्लीपर, सेकंड एसी (2AC), थर्ड एसी (3AC) और चेयर कार — में लागू होगी। विशेष तौर पर लंबी दूरी और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए यह सुविधा दी जाएगी ताकि वरिष्ठ नागरिक आसानी से यात्रा कर सकें और आर्थिक रूप से राहत पा सकें। वहीं, कुछ सामाजिक कल्याण ट्रेनों जैसे तीर्थ यात्रा स्पेशल ट्रेनों में छूट 80% तक रखी गई है जो पूरी तरह सरकारी वित्त पोषित हैं।
पात्रता और आवश्यक दस्तावेज
इस योजना का लाभ उठाने के लिए पुरुष यात्रियों की आयु कम से कम 60 वर्ष और महिला यात्रियों की आयु 58 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। टिकट बुकिंग करते समय उम्र का प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है, जैसे आधार कार्ड या किसी सरकारी पहचान पत्र की प्रति।
सभी टिकट बुकिंग — चाहे ऑनलाइन आईआरसीटीसी वेबसाइट से हो या रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर से — पर यह छूट उपलब्ध रहेगी। हालांकि, तत्काल टिकट और प्रीमियम ट्रेनों जैसे वंदे भारत, राजधानी या दूरंतो में यह लाभ लागू नहीं होगा।
बुकिंग और अन्य सुविधाएं
वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे ने विशेष सुविधाएं भी दी हैं, जैसे कि बर्थ आवंटन में प्राथमिकता। कंप्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सिस्टम में सीनियर सिटिजन यात्रियों को नीचे की बर्थ देने की व्यवस्था की गई है, जिससे उनकी यात्रा अधिक आरामदायक हो सके। प्रत्येक कोच में स्लीपर क्लास में 6 लोअर बर्थ और एसी क्लास में 3 से 4 लोअर बर्थ वरिष्ठ यात्रियों, 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त रेलवे ने कुछ ट्रेन श्रेणियों में सीट बुकिंग के दौरान ‘सीनियर सिटिजन कोटा’ भी निर्धारित किया है ताकि जरूरतमंद यात्रियों को सीटें आसानी से उपलब्ध हो सकें।
सरकार का उद्देश्य और लाभ
भारतीय रेलवे का यह निर्णय देश की वृद्ध आबादी को सहूलियत देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। रेल मंत्रालय का कहना है कि ट्रेनों में औसतन 45% तक सब्सिडी पहले से ही दी जाती है और यह नई रियायत योजना उससे अलग है।
यह योजना न केवल वरिष्ठ नागरिकों की आवाजाही को आसान बनाएगी, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से सक्रिय रहने, परिवार और आवश्यक स्थानों पर पहुंचने में भी मदद करेगी। इससे उनकी आर्थिक बचत बढ़ेगी और यात्रा सुरक्षित व सुविधाजनक बनेगी।
निष्कर्ष
रेलवे की यह नई टिकट रियायत योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए राहतभरी शुरुआत है। बढ़ती महंगाई और यात्रा व्ययों के बीच यह पहल बुजुर्गों को आर्थिक और भावनात्मक दोनों दृष्टि से सहारा देने का कार्य करेगी। आने वाले वर्षों में यह उम्मीद की जा सकती है कि सरकार इन लाभों का और विस्तार करेगी ताकि हर वरिष्ठ नागरिक निश्चिंत और सुलभ यात्रा का आनंद ले सके।











