भारतीय रेलवे ने 17 अक्टूबर 2025 से ट्रेन टिकट बुकिंग के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं। इस बदलाव का मकसद टिकट बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और यात्रियों के लिए आसान बनाना है। नया नियम ऑनलाइन टिकट बुकिंग के शुरुआती 15 मिनट के लिए खास लागू होगा, जिसमें केवल आधार लिंक्ड यात्रियों को आरक्षित टिकट बुक करने की अनुमति होगी। यह कदम फर्जी बुकिंग और टिकट टाऊटिंग को रोकने के लिए उठाया गया है।
नई प्रणाली के तहत, टिकट बुकिंग विंडो खुलने पर (जो सामान्यतः यात्रा तिथि से 60 दिन पहले होती है) सबसे पहले 15 मिनट केवल उन्हीं यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेंगे, जिनके IRCTC खाते आधार सत्यापित होंगे। इस अवधि के बाद बाकी यात्रियों को बुकिंग की अनुमति मिलेगी। रेल प्रभाग ने इस नियम को IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर लागू किया है, जबकि रेलवे स्टेशन के काउंटरों से टिकट बुकिंग पहले की तरह जारी रहेगी।
रेलवे टिकट बुकिंग का नया नियम और इसका महत्व
यह नया बदलावा रेलवे बुकिंग सिस्टम में पारदर्शिता लाने और टिकट टाऊटिंग के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए बेहद जरूरी था। इससे पहले कई बार ऐसे मामले सामने आए थे, जहां बोट्स या एजेंट ट्रेन टिकटों को बड़ी मात्रा में खरीद लेते थे, जिससे आम यात्रियों के टिकट मिलने में दिक्कत होती थी।
- यह नियम मुख्य रूप से ऑनलाइन बुकिंग के लिए है।
- पहले 15 मिनट केवल आधार लिंक्ड यूजर्स के लिए आरक्षित।
- रेलवे स्टेशन पर टिकट काउंटर पर बुकिंग पर कोई बदलाव नहीं।
- अधिकारीक एजेंट पहले 10 मिनट के लिए बुकिंग से प्रतिबंधित।
इस नियम से आम यात्रियों को टिकट मिलने के मौके बढ़ेंगे और टिकट बुकिंग में धोखाधड़ी काफी हद तक कम हो जाएगी। इसके अलावा, टिकट बुकिंग की प्रक्रिया भी तेज और सुरक्षित होगी।
रेलवे का नया टिकट बुकिंग समय सारांश
मुख्य पहलू | विवरण |
नियम लागू होने की तारीख | 17 अक्टूबर 2025 |
बुकिंग की शुरुआत | यात्रा तिथि से 60 दिन पहले |
शुरुआती 15 मिनट | केवल आधार सत्यापित यात्रियों के लिए आरक्षित |
आधार सत्यापन आवश्यक | IRCTC अकाउंट में लिंक होना अनिवार्य |
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म | IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों |
रेलवे स्टेशन काउंटर | बिना आधार सत्यापन के बुकिंग संभव |
एजेंट बुकिंग प्रतिबंध | पहले 10 मिनट तक एजेंटों को बुकिंग नहीं |
उद्देश्य | टिकट टाऊटिंग रोकना, पारदर्शिता बढ़ाना, वास्तविक यात्रियों को प्राथमिकता देना |
कैसे करें आधार लिंकिंग?
टिकट बुकिंग का नया नियम लागू होने से पहले यात्रियों को अपना आधार नंबर IRCTC अकाउंट से लिंक कर लेना चाहिए। यह प्रक्रिया IRCTC की वेबसाइट पर ‘प्रोफ़ाइल’ सेक्शन में जाकर आसान OTP वेरिफिकेशन के साथ पूरी की जा सकती है। बिना आधार लिंक किए उपयोगकर्ता पहले 15 मिनट के दौरान टिकट बुक नहीं कर पाएंगे जिससे उनके कंफर्म टिकट मिलने के अवसर कम हो सकते हैं।
बदलाव से यात्रियों को क्या लाभ मिलेगा?
- टिकॉ टाऊटिंग और बोट बुकिंग कम होगी।
- वास्तविक यात्रियों को टिकट प्राथमिकता से मिलेगी।
- यात्रा की योजना आसानी से बन सकेगी।
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग सुरक्षित होगा।
- त्योहारों और यात्रा के उच्च सीजन में टिकट बुकिंग अनुभव बेहतर होगा।
रेलवे ने क्यों किया यह बदलाव?
भारतीय रेलवे का लक्ष्य था कि टिकट आरक्षण प्रक्रिया में निराधार बुकिंग और बॉटों के कारण कमजोर यात्रियों को टिकट न मिलने की समस्या को खत्म किया जाए। आधार सत्यापन से यह सुनिश्चित होता है कि टिकट केवल वास्तविक और प्रमाणित यात्रियों को ही मिले। यह कदम रेलवे की सेवा सुधार योजनाओं का हिस्सा है, जिससे सभी यात्रियों को बेहतर सेवा मिल सके।
रेलवे के टिकट बुकिंग नियम का पूरा अवलोकन
विशेषता | विवरण |
टिकट बुकिंग का नया नियम | आरक्षित टिकट ऑनलाइन बुकिंग में 15 मिनट आधार सत्यापन अनिवार्य |
नियम लागू की तारीख | 17 अक्टूबर 2025 |
बुकिंग की शुरुआत | यात्रा तिथि से 60 दिन पहले |
आधार लिंकिंग की अनिवार्यता | हाँ, बिना आधार लिंकिंग पहले 15 मिनट में बुकिंग नहीं |
टिकट काउंटर पर बुकिंग | कोई बदलाव नहीं, बिना आधार भी बुकिंग होती रहेगी |
एजेंट बुकिंग निषेध | पहले 10 मिनट के लिए एजेंटों की बुकिंग रोकी गई है |
नियम का उद्देश्य | असल यात्रियों को प्राथमिकता देना, टिकट ज्यादती रोकना |
लागू जगह | IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप |
नियम का प्रभाव | टिकट बुकिंग में पारदर्शिता और सुरक्षा में वृद्धि |
टिकट बुकिंग की सुविधा | त्योहारों और उच्च मांग के समय बेहतर टिकट उपलब्धता |
सारांश
भारतीय रेलवे के इस नए नियम से यात्रियों को फायदा होगा और टिकट बुकिंग प्रक्रिया ज्यादा सुरक्षित हो जाएगी। खासकर त्योहारों के सीजन में यह नियम सभी के लिए राहत लेकर आएगा। आधार सत्यापन अनिवार्य होने से टिकट टाऊटिंग जैसी समस्याएं कम होंगी और वास्तविक यात्रियों को आसानी से टिकट मिल पाएगा।